अपने शिशु को नहलाते वक्त भूल कर भी ना करें ये गलतियां, त्वचा को पहुंच सकता है नुकसान

मां और शिशु का रिश्ता बहुत गहरा और अनमोल होता है। अपने शिशु को साफ रखना मां की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। यही वजह है कि उनमें से कई माताएं अपने बच्चे को स्नान कराने के लिए काफी उत्साहित रहती हैं। मां अपने नवजात की कोमल त्वचा की सुरक्षा करने के लिए कई प्रकार के बाजार में मौजूद उत्पादों का उपयोग करती हैं और स्नान कराते समय बच्चे को बहुत लाड़ प्यार करती हैं। आपके बच्चों के लिए स्नान का समय निश्चित रूप से महत्वपूर्ण है, लेकिन ऐसी कई ऐसी गलतियां हैं जो माताएं अक्सर करती हैं जिनसे बच्चे की त्वचा को फायदा कम और नुकसान अधिक पहुंच सकता है। आइए जानते हैं कुछ सामान्य गलतियां जो अधिकांश माताएं अपने शिशु को नहाते वक्त करती हैं।
बच्चे को ज्यादा स्नान ना कराएं
अपने बच्चे को साफ सुथरा रखना बहुत अच्छी बात है, लेकिन इसके लिए अपने शिशु को बार बार स्नान ना कराएं। इससे नवजात की कोमल और चिकनी त्वचा को नुकसान पहुंच सकता है। दिन में एक बार गुनगुने पानी से नहलाना काफी है। रात में अपने बच्चे को साफ रखने के लिए गीले कपड़े से शरीर को पोछ दें और उनके कपड़ों को बदल दें।
बाजार के उत्पादों से बचें
आजकल बाजार में विभिन्न प्रकार के उत्पाद उपलब्ध हैं, जो आपके बच्चों के लिए विभिन्न लाभ प्रदान करने का दावा करते हैं। आपको सभी प्रकार के उत्पादों को अपने बच्चे की त्वचा पर इस्तेमाल नहीं करनी चाहिए। अपने बच्चे को साफ रखें, शरीर सुखने के बाद बॉडी पर सिर्फ मॉइस्चराइजर लगाए। बच्चे की कोमल और नाजुक त्वचा पर बहुत सारे उत्पादों का उपयोग करना हानिकारक साबित हो सकता है। इसलिए इन उत्पादों के इस्तेमाल से आपको बचना चाहिए।
बहुत गर्म या बहुत ठंडा पानी का ना करें इस्तेमाल
यह सुनिश्चित कर लें कि आपके बच्चे के नहाने के पानी का तापमान ठीक है या नही। नहाने का पानी बहुत गर्म या बहुत ठंडा नहीं होना चाहिए। बच्चे को ठंडे पानी से नहाने से सुखदायक प्रभाव नहीं हो सकता है, जबकि गर्म पानी उनके त्वचा को जला सकता है।
शरीर के महत्वपूर्ण अंगों के सफाई का रखें खास ध्यान
बच्चे को ठीक से साफ करना बहुत महत्वपूर्ण है, लेकिन जिस तरह से आप अपने बच्चे को साफ करने के लिए रगड़ते हैं उसकी कोई जरूरत नहीं है। बच्चे का हाइजीन बनाए रखने के लिए अतिरिक्त संवेदनशील अंगों को साफ करना बहुत महत्वपूर्ण है। पेशाब और मल त्याग के बाद अपने बच्चे के प्राइवेट पार्ट्स को अच्छी तरह से धोएं। अगर बच्चों के इन अंगों को ठीक से साफ नही रखते हैं तो इससे त्वचा पर दाने और संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।
बच्चे के शरीर को अच्छी तरह से सुखाएं
हर हमेशा अपने बच्चे को नहलाने के बाद अच्छे से सुखाएं। गीला शरीर शिशु को असहज और यहां तक कि ठंड का एहसास भी दिला सकता है। यह उन्हें बीमार बना सकता है और कई प्रकार के फंगल संक्रमणों के खतरे को भी बढ़ा सकता है।
लेखक: धीरज सिंह राणा